छठे वेतन आयोग को सिफारिशों को लेकर लंबे अरसे से लड़ाई लड़ रहे पंजाब और हिमाचल के कर्मचारियों ने संघर्ष के लिए संयुक्त मोर्चा तैयार किया है। छठे वेतन आयोग में निहित खामियों पर कर्मचारियों को ऐतराज है। 29 जुलाई को हिमाचल और पंजाब कर्मचारी संगठन पंजाब में कर्मचारियों के संघर्ष की रूपरेखा और आंदोलन की रणनीति तैयार करने जा रहे हैं। छठे वेतन आयोग से कर्मचारियों को वेतन भत्तों के फायदा होने के बजाए नुकसान का डर सत्ता रहा है। कर्मचारियों की मानें तो इससे कर्मचारियों को 300 से लेकर 4 हज़ार तक का नुकसान होने वाला है।
कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने बड़ी चालाकी से वेतन भत्तों के नियमों में बदलाव कर इसके मूल रूप को ही ख़त्म कर दिया है। जो कर्मचारियों को मंजूर नहीं है। 29 जुलाई इसी विषय पर रणनीति तैयार करने के लिए पंजाब को चुना गया है जहां दोनों राज्यों के कर्मचारी मिलकर अगली रणनीति तैयार करेंगे। शिमला में इसको लेकर आज कर्मचारी अधिवेशन रखा गया था जिसमें पंजाब से आए कर्मियों ने भी अपना समर्थन दिया है। कर्मचारियों के हिंतो की रक्षा के लिए सांझा मंच तैयार किया गया है।