हिमाचल विधानसभा का मॉनसून सत्र 2 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। 13 अगस्त तक चलने वाले सत्र में कुल 10 बैठकें होंगी, जबकि इस दौरान शनिवार और रविवार को दो दिन का अवकाश रहेगा। पहले दिन शोकोदगार होगा। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन पर शोकोदगार प्रस्ताव लाया जाएगा। 5 और 13 अगस्त गैर सदस्यीय दिवस रखे गए हैं। कोरोना के चलते बजट सत्र में कम बैठकों को पूरा करने के लिए सत्र 10 दिन का रखा गया है। एक साल में न्यूनतम 35 बैठकों का होना जरूरी होता है।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने बताया कि विधानसभा के मॉनसून सत्र में 10 बैठकें रखी गई है। इसमें अभी तक 564 तारांकित और 254 अतारांकित सवाल रखे गए है। नियम 101 के तहत 4 और 130 के तहत 5 चर्चाएं आई है। 1 अगस्त को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें सत्र को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी। परमार ने बताया कि इस बार मुख्यमंत्री से मिलने वाले आगन्तुकों को प्रवेश की अनुमति होगी, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। विधानसभा में आने वाले सदस्यों सहित अन्य लोगों को भी थर्मल स्क्रीनिंग व कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
मॉनसून सत्र आम तौर पर पांच से छह दिनों तक चलता था। चूंकि राज्य विधानसभा में कोविड महामारी के चलते बजट सत्र की बैठकें पूरी नहीं हो पाई थी। अमूमन बजट सत्र में 20 से 25 बैठकें आयोजित की जाती थी। लेकिन इस मर्तबा 16 बैठके ही हो पाई हैं। न्यूनतम 35 बैठकों में से 26 बैठके मानसून सत्र में पूरी हो जाएंगी। बची 9 बैठके तो उनको धर्मशाला में होने वाले शीतकालीन सत्र में पूरा करने की उम्मीद है।