खालिस्तानियों द्वारा पंजाब में शांति भंग करने के प्रयासों के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी अलगाववाद के बीज बोने को लेकर कॉल आ रहे हैं। दो दिन पहले शिमला के पत्रकारों को धमकी भरे फोन कॉल आए, जिसमें यह कहा गया कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आगामी स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा फहराने नहीं दिया जाएगा।
ये खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्री रिकॉर्डेड कॉल थे और धमकी देने वाला शख्स खुद को SFJ का सदस्य गुरपतवंत सिंह पन्नू बता रहा था। ये क्रम आज भी जारी रहा जिसमें नड्डा के नाम सहित कांग्रेस और अन्य नेताओं को कॉल आए। मुख्यमंत्री औऱ विपक्ष के नेता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश इस तरह की धमकियों से डरने वाला नहीं है।
धमकी पर लिया जाएगा संज्ञान, फिर लौट सकती हैं कोरोना बंदिशें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सहित वीपक्ष के नेताओं को भी इस तरह की कॉल आई हैं। इस पर जांच के बाद संज्ञान लिया जाएगा। उन्होंने हर व्यक्ति को घर पर तिरंगा फहराने की अपील की ओर यही इसका सही जवाब होगा। वहीं, प्रदेश में बढ़ते कोविड के मामलों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के प्रति गम्भीरता कम नहीं होनी चाहिए। कल कैबिनेट बैठक है ऐसे में फिर से बंदिशों पर विचार किया जा सकता है।
वहीं, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने 15 अगस्त को झंडा न फहराने की धमकी पर कहा कि किसी में हिम्मत नहीं है कि झंडा फहराने से रोक सकें। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को भी दी गयी है। हिमाचल एक शांतिप्रिय प्रदेश है यहां की भौगोलिक स्थिति इस तरह की है कि कोई यहां से बच कर नहीं जा सकता। इन धमकियों की वास्तविकता क्या है यह जांच का विषय है।