2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश सरकार ने धड़ाधड़ नियुक्तियां करना शुरू कर दी हैं। अब शिमला से पूर्व सांसद रहे वीरेंद्र कश्यप को अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने वीरेंद्र कश्यप की जगह सुरेश कश्यप पर दांव खेला था। मानना जा रहा है कि वित्तीय संकट के बावजूद जयराम सरकार रुठों को मनाकर उपचुनाव और विधानसभा चुनाव का लक्ष्य भेदना चाहती है।