करुणामूलक आधार पर भर्तियों की मांग को लेकर करुणामूलक संघ 30 जुलाई क्रमिक अनशन पर बैठा है। आज इनके क्रमिक अनशन का 19वां दिन है लेकिन सरकार द्वारा अभी तक इनकी मांगों को नहीं माना गया है। अभी सरकार करुणामूलक आधार पर सरकारी नौकरी देने के मामलों पर कोई अंतिम फैसला नहीं ले पाई है।
करुणामूलक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि आश्रित लंबे अरसे से करुणामूलक आधार पर भर्तियां करने की मांग कर रहे हैं और इस दौरान विधायकों, मंत्रीयों और मुख्यमंत्री से मिलकर भी काफी बार बात को रखा गया है। लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला है। जिसके चलते करुणा मुल्क संघ 30 जुलाई से क्रमिक अनशन पर बैठा है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में करुणामूलक आधार पर 4500 आश्रितों को नौकरियां नहीं मिली है और विभागों, बोर्डों, निगमों में पद खाली चल रहे हैं। आश्रितों ने मांग की है कि करुणामूलक आश्रितों को वन टाइम सेटलमेंट के तेहत सभी को एक साथ नियुक्तियां दी जाएं। उन्होंने कहा कि आश्रितों को 15 साल से भी अधिक का समय आवेदन किए हुए हो गया है। लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली है। सरकार आश्रितों को नौकरी देकर जल्द राहत देने के लिए काम करें।