प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार प्रदेस में औऱ बंदिशें लगाने की तैयारी कर रही है। प्रदेश में फिलहाल स्कूल बंद हैं लेकिन सार्वजिन समारोह, उत्सव और बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी कई बंदिशें लगाई जा सकती हैं।
बता दें कि देश के चुनिंदा राज्यों में हिमाचल प्रदेश भी कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर खतरे की जद में है। यही वजह है कि सरकार ने प्रदेश में आने वाले सभी लोगों के लिए RTPCR रिपोर्ट के साथ वैक्सिनेशन की अनिवार्यता लागू की है। बावजूद इसके प्रदेश में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा की प्रदेश में कुछ बंदिशें लगाने के बाद भी कोरोना के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में शादी समारोहों, उत्सवों ,राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बंदिशें लगायी जा सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर प्रस्ताव तैयार कर रहा है, और बंदिशों पर आख़िरी फ़ैसला कैबिनेट में होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी चिंता ये है की 0-18. वर्ष की आबादी को अभी तक वैक्सीनेशन की व्यवस्था नहीं हो पायी है और अब इस आयु वर्ग के लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में ये ज़रूरी हो जाता है कि सरकार कोरोना नियंत्रण के लिए किसी तरह की सख़्ती लगाए और लोगों को संक्रमित होने से बचाए। हालांकि हिमाचल प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां 90 फ़ीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली और 30 फ़ीसदी लोगों को दोनों डोज़ लगायी जा चुकी हैं।