नई शिक्षा नीति देश को रोजगार ही नहीं देगी बल्कि देश जिन्न चुनौतियों आज गुजर रहा है उसका समाधान करने का काम भी करेगी। नई शिक्षा नीति वैज्ञानिक, मानवता, पर्यावरण सरंक्षण के लिए बहुत लाभदायक साबित होगी। नई शिक्षा नीति में 6 कक्षा से स्किल डेवलपमेंट और 9वीं कक्षा से वोकेशनल ट्रेनिंग देगी जिससे युवाओं को सीधा रोजगार मिलेगा। यह बात शिमला में आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य पर विद्या भारती उतर क्षेत्र के महामंत्री देशराज शर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विश्व का सबसे बड़ा संवाद हुआ। इसमें लगभग 6.50 लाख सुझाव आए जिसमें अभिभावकों, विद्यार्थियों और शिक्षाविदों के 6 हजार 676 जिला समितियों से सुझाव आए। नई शिक्षा नीति भारत एवं विद्यार्थी केंद्रित, भारतीय ज्ञान परंपरा और 21वीं सदी की अवधारणा की पूर्ति हेतु प्राचीन व आध्यात्मिकता का मिश्रण है। भविष्य चुनौतियों का समाधान इस शिक्षा नीति में है।
विद्या भारती देशभर में 25 हजार औपचारिक और अनौपचारिक विद्यालयों को चला रही है। विद्या भारती उत्तर में 580 विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इन विद्यालयों में प्रांत स्तर पर क्रियान्वयन समितियों का निर्माण किया गया है। पाठ्यचर्या के लिए 25 विषयों की फोकस ग्रुप के लिए पोजिशन पेपर शिक्षाविदों के माध्यम से तैयार करने और सरकार को सुझाव देने के लिए बनाए जा रहे हैं, ताकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना को जमीनी स्तर पर उतारा जा सके।