पिछले कुछ दिनों से हिमाचल प्रदेश में सेब की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है जिसको लेकर अब सियासत भी गरमाने लगी है। कांग्रेस ने कीमतों में गिरावट के पीछे सरकार की निजी कंपनियों, लदानी और अडानी के साथ सांठ गांठ बताया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि आने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा सरकार इन कंपनियों से चंदा एकत्र करेगी उसकी एवज में जानबूझकर सेब की कीमतें गिराई गई हैं जिसका भारी नुकसान हिमाचल के किसान भगवानों को उठाना पड़ रहा है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सेब की कीमतों में गिरावट को लेकर शिमला रिज स्थित डॉ. परमार की प्रतिमा के समक्ष मौन प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द सरकार ने बागवानों को राहत नहीं दी तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेंगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद को बागवान कहते हैं लेकिन बागवानों पर आए संकट को लेकर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं और बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह भी चुप बैठे हैं जबकि इस वक्त उनको किसानों बागवान से बातचीत करनी चाहिए थी।
कांग्रेस ने बागवानी मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की है और घटती कीमतों को लेकर मुख्यमंत्री के बयान पर हैरानी जताई है। राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों को फसल ना तोड़ने की सलाह दे रहे हैं जो किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है। मुख्यमंत्री इस तरह के बयान ना देकर बागवानों को राहत देने के लिए कदम उठाएं।