IGMC में गुरु के लंगर विवाद में IGMC प्रशासन सहित सरकार चौतरफा घिरती नज़र आ रही है। लंगर विवाद में विपक्ष सहित शिमला की विभिन्न संस्थाएं भी कूद पड़ी हैं। शिमला में लंगर विवाद को लेकर आज धरने प्रदर्शन सहित पत्रकार वार्ताओं का दौर जारी रहा। सभी IGMC प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं IGMC प्रशासन लंगर को अवैध करार दे रहा है। शिमला की स्नातन धर्म सभा, गंज बाजार, शिमला, सूद सभा, शिमला, वाल्मीकि सभा शिमला, शहर के सभी गुरुद्वारा सिहं सभा और बाबा साहेब अम्बेदकर वैलफेयर सभा ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में लंगर पर की गई कार्यवाही को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
इन संस्थाओं के सदस्यों का कहना है कि IGMC प्रशासन द्वारा की गई अनुचित कार्यवाही की वह कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यामन्त्री ठाकुर जयराम से अनुरोध किया आल माईटी संस्था द्वारा संचालित गुरु के लंगर को यथावत ही रहने दिया जाए ताकि दूर दराज से आने वाले मरीजों और उनके तमीरदारो को यहां निशुल्क खाना मिल सके। संस्था के साथ शिमला शहर के सभी लोग जुड़े हुए हैं और महिलाओं ने अपने मुहल्लो में रोटिया बनाकर रोटी बैंक के रूप में अपना योगदान देना शुरु किया। स्कूल के बच्चों तक ने रोटी बैंक में अपना योगदान दिया। आज जब वह बीमार हैं और अपना ईलाज़ करवा रहे हैं इस बीच लंगर पर कार्यवाही करना, कई तरह के सवाल उठा रहा है।