जयराम सरकार में इस बार मंत्रिमंडल में भारी फेरबदल हुआ है। मंत्रिमंडल में कई जिलों को तोहफे दिए गए हैं, लेकिन कई जिलें ऐसे हैं जो कि बीजेपी के गढ़ माने जाते हैं और वहां से किसी नेता को कैबिनेट में नहीं रखा गया है। हालांकि, इसकी एक वजह प्रत्याशियों की हार भी है, लेकिन ये वे जिले हैं जहां बीजेपी को अक्सर भारी बहुमत मिलता है।
दरअसल, इस बार कैबिनेट में जिला हमीरपुर औऱ बिलासपुर को एक भी मंत्री नहीं मिला है। इसके अलावा चंबा जिला से भी कोई नेता कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है। लिहाजा, इस बार बीजेपी को हमीरपुर में 2 सीटें, बिलासपुर में 3 सीटें और चंबा में 4 सीटें मिली हैं। वहीं, हमीरपुर और बिलासपुर धूमल और नड्डा का गढ़ का क्षेत्र हैं, और यहां बीजेपी को हमेशा फायदा मिलता रहा है। लेकिन, इसके बावजूद भी इन जिलों से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया।
गौरतलब है कि धूमल के सुजानपुर में हारने के बाद बीजेपी को हमीरपुर में खासा नुकसान पहुंचा है। जिला चंबा में बीजेपी पहली दफा 4-1 से जीत पाई है और यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता आशा कुमारी, ठाकुर सिंह भरमौरी भी आते हैं। उधर, जिला कांगड़ा से सबसे ज्यादा मंत्री कैबिनेट में शामिल हुए हैं, जिनमें विपिन परमार(सुलह), किशन कपूर(धर्मशाला), विक्रम सिंह (जसवां परागपुर), सरवीण चौधरी (शाहपुर) के नाम शामिल हैं।