लंबे उठापठक के बाद पंजाब को नया सीएम मिल गया। चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट कर मुहर लगा दी। सीएम के तौर पर चन्नी के सिर पर कांटो भरा ताज कल सजेगा। आपको बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम के रेस में नहीं थे लेकिन हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का ऐलान कर सबको चौंका दिया। कहा जा रहा है कि दलित नेता को सीएम बनाकर कांग्रेस ने बड़ी आबादी को साधने का काम किया है। लेकिन अब आने वाल कुछ महीने चरणजीत सिंह चन्नी के लिए चुनौतिपूर्ण रहेगा क्योंकि समय बहुत कम है और उम्मीद ज्यादा होगी।
चरनजीत सिंह चन्नी का राजनीति करियर
चरनजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब से विधायक हैं और मालवा रीजन से आते हैं। चन्नी को उनके बेदाग राजनीतिक करियर के लिए जाना जाता रहा है। इससे पहले वह 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। फिलहाल वह कैप्टन अमरिंदर की कैबिनेट में तकनीकी शिक्षा मंत्री के तौर पर कामकाज देख रहे थे। चरणजीत सिंह के नाम के ऐलान के बाद पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर ने चरणजीत सिंह ट्वीट कर बधाई दी ।
पहली बार दलित नेता के हाथों में प्रदेश की बागडोर
देश में सबसे बड़ा दलित वोट बैंक पंजाब में है और कांग्रेस आलाकमान ने दलित कार्ड खेलते हुए चन्नी को पंजाब का पहला दलित सीएम बनाया जो अपने आप में ऐतिहासिक है। कांग्रेस के इस फैसले ने अकाली दल को भी बड़ा झटका दिया है क्योंकि अकाली दल ने कहा था कि उनका पार्टी सत्ता में आती है तो डिप्टी सीएम दलित समुदाय से होगा। अब माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस फैसले ने अकाली दल के वादे की काट कर दी है और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिलने की उम्मीद है।