कोरोना की दोनों लहर से निपटने के बाद अब तीसरे लहर की आंशका बनी हुई है और तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक बताई जा रही है क्योंकि बच्चों के लिए अभी तक किसी भी वैक्सीन को मान्यता नहीं मिली है। उधर, तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार भी एक्टिव हो गई है और खाका तैयार किया जा रहा है। इसी कड़ी में जयराम सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लगा दी और डॉक्टरों, नर्सों की प्रतिनियुक्तियां भी रद्द कर दी, जिसके लिए सरकार की तरफ दिशा-निर्देश भी जारी किए।
आपको बता दे कि अक्तूबर और नवंबर में कोरोना के तीसरी लहर के आने की आंशका है जिसके मद्देनजर मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी से कोरोना पर फीडबैक भी लिया और एहतियातन सभी 12 जिलों के उपायुक्तों, तमाम मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल के साथ सीएमओ को कोरोना के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए।
वही स्वास्थ्य विभाग कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है और करीब 1400 स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। वही प्रदेश में करीब 11 हज़ार ऑक्सीजन युक्त बिस्तर तैयार किए हैं जिसमें 1,080 के आसपास आईसीयू बिस्तर शामिल हैं। कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली और अब लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश का पालन करें।