कोटखाई गुड़िया रेप मर्डर एवं होशियार सिंह मामला प्रदेश सरकार के गले की फ़ांस बन गया है। दोनों ही मामलों को लेकर आम जनता से लेकर विपक्ष और छात्र संगठन सड़कों पर हैं। इसी कड़ी में अब छात्र संगठन SFI ने तो सरकार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है। इसके चलते राज्य SFI कमेटी के आह्वान पर सोमवार को प्रदेश भर के कॉलेजों में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुतले जलाए गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। SFI ने गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए गुड़िया न्याय मंच के साथ 9 अगस्त को सचिवालय घेराव का ऐलान किया है।
SFI का कहना है कि हिमाचल में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है। इसके चलते प्रदेश भर में हालात ख़राब हैं, पुलिस गुंडों को बचाने में लगी हुई है। सरकार का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं है। कोटखाई का गुड़िया मामला हो या फिर करसोग का होशियार सिंह हत्याकांड दोनों ही मामलो में पुलिस ने लीपापोती की है। इसके कारण लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए। SFI ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग उठाई है। इसके अलावा होशियार सिंह की मौत के मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग भी की है।
अभी होशियार सिंह और कोटखाई मामला थमा भी नहीं है कि तीसा मामले ने चंबा में सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में देखना होगा कि इन सभी मामलो में जनता और विपक्ष का का विरोध झेल रही सरकार अपने आप को कैसे बचा पाती है।