शपथ समारोह के दौरान माल रोड पर मोदी की कॉफी ब्रेक काफी चर्चित रही। अब लोग इस कॉफी हाउस में जा रहे हैं और सिंपल कॉफी नहीं, बल्कि मोदी कॉफी की मांग कर रहे हैं। यही नहीं, इसकी खासियत जानने के लिए बाहरी राज्यों से इंडियन कॉफी हाउस में फोन भी आ रहे हैं।
दैनिक अखबार के मुताबिक, वीरवार को शिमला के व्यवसायी दीपक सूद अपने दोस्तों के साथ कॉफी हाउस में कॉफी पी रहे थे। दीपक ने बताया कि वह नियमित यहां आते हैं। अमृतसर से घूमने आए ललित त्रिखा और उनके बेटे प्रणव ने बताया कि 'मोदी कॉफी' पीने के बाद उन्होंने कॉफी हाउस के बाहर सेल्फी भी ली। कॉफी हाउस के सहायक प्रबंधक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राहक विशेषकर सैलानी 'मोदी कॉफी' मांग रहे हैं।
ये है कॉफी की रेसिपी
इंडियन कॉफी हाउस के लिए कॉफी बीनस बैंगलोर से आते हैं। यहां इन्हें भुना जाता है और इसके बाद रोजाना की मांग के लिए 4 से 6 किलो पिसाई होती है। इसके बाद मिश्रण को बायलर में मिला कर स्टील के फिल्टर (पहले पीतल का फिल्टर था) से निकाला जाता है। इसके बाद दूध में मिलाकर सर्व किया जाता है। कॉफी हाउस में रोजाना करीब सात से आठ सौ कप कॉफी सर्व होती है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शपथ समारोह के दौरान पीएम मोदी ने मालरोड पर कॉफी की चुसकियां लेते हुए पुरानी यादें ताजा की थी। इसके बाद पीएम ने ट्वीटर हैंडल पर कॉफी पीते हुए फोटो टैग कर लिखा 'दो दशक बाद भी शिमला के कॉफी हाउस की कॉफी का स्वाद पहले की तरह लाजवाब है।' मोदी के फोटो और ट्वीट की अखबारों, न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हुई, जिसके बाद अचानक इस कॉफी की मांग बढ़ गई।