बिलासपुर: शारदीय नवरात्रों के दौरान कोरोना पर नियंत्रण रखने के लिए नयना देवी मंदिर में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा जोकि आरटीपीसीआर या फिर वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाएंगे।
एहतियातन कदम उठाते हुए पूरे नयना देवी क्षेत्र को 9 सेक्टरों में बांटा गया है। डीएसपी नयना देवी पूर्णचंद्र को पुलिस मेला अधिकारी और एसडीएम नयना देवी को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। 6 सेक्टरों में अधिकारी हमेशा तैनात रहेंगे। 19 महीने बाद लोग नयना देवी मंदिर के हवन कुंड में आहुतियां डाल पाएंगे, लेकिन श्रद्धालओं को मेंदिर में बैठकर हवन करने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है।
उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि इस बार श्री नयना देवी जी मंदीर को नवरात्रों के लिए भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। पर कोरोना के चलते कुछ पाबंदियों का पालन करना पड़ेगा। सरकार की एसओपी के अनुसार मौली बांधने पर प्रतिबंध रहेगा। वहीं, मुंडन और मंदिर परिसर में लंगर लगाने और प्रसाद चढ़ाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। उधर, मंदिर अधिकारी विजय गौतम ने बताया कि नियमों का पालन ढंग से हो इसके लिए लगभग 150 अस्थायी कर्मचारी रखे जाएंगे।