कांग्रेस पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आसमान छूती महंगाई पर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। सुक्खू ने कहा कि महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ डाली है। गृहणियों का रसोई का बजट बिगड़ गया है। रसोई गैस सिलिंडर और पेट्रो पदार्थों की कीमतें आमजन की पहुंच से बाहर हो चुकी हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार जनता को महंगाई में राहत दें, वरना उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि रसोई गैस सिलिंडर की कीमत 900 रुपये पहुंच गई हैं। पेट्रोल देश के कई शहरों में 100 रुपये प्रति लीटर से पर हो चुका है। हिमाचल में भी इनकी कीमतें इसके आसपास ही हैं। खाद्य पदार्थों और हरी सब्जियों के दाम भी पहुंच से बाहर हैं। सरसों का तेल 200 रुपये प्रति लीटर हो चुका है। केंद्र और राज्य सरकार आंखें मूंदकर बैठी हुई है। सब कुछ निजी कंपनियों के हाथों में सौंप दिया गया है। राज्य सरकार वैट कम कर लोगों को राहत दे सकती है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। केंद्र सरकार जनता को महंगाई की चक्की में पीसकर निजी घरानों के जेबें भर रही है।
सुक्खू ने कहा कि राशन, सिलिंडर और पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लोगों का दर्द सुनते-सुनते अब 5 साल साल बीत गए। सरकारों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। सरकार को पेट्रोल-डीजल को भी जल्द जीएसटी में लाना चाहिए। तब तक सरकार इन्हें कंपनियों के हाथों में छोड़ने की बजाय अपने नियंत्रण में ले। उन्होंने भाजपा से पूछा कि क्या यही अच्छे दिन हैं। अब वह नारा कहां गया, बहुत हुई महंगाई की मार-अबकी बार मोदी सरकार।
सुक्खू ने जनता से आह्वान किया कि मतदाता एक लोकसभा और तीन विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर भाजपा को सबक सिखाने का काम करें। देश-प्रदेश की भाजपा सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रही है।