सीपीआईएम ने आज देश मे बढ़ती महंगाई के खिलाफ डीसी कार्यालय शिमला के बाहर प्रदर्शन किया और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीपीआईएम का कहना है कि बढ़ती कीमतें नागरिकों के लिए एक बोझ बन गई हैं और इसके परिणामस्वरूप दो में से एक परिवार को अपने खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सीपीआईएम नेता संजय चौहान ने कहा कि पहली बार घरेलू गैस के दाम एक हजार रुपये से पार हो गए हैं। इस सरकार द्वारा पूंजीपतियों को फायदा देने के लिए कार्य किया जा रहा लगातार महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ रही है। सरकार द्वारा सारी सार्वजनिक संपतियों को बेचा जा रहा है रेलवे, रोड, एयरपोर्ट, बैंक, बीमा, एलआईसी, सबकुछ पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि सीपीआईएम मांग करती है की पेट्रोल डीजल, पर जो सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी व वैट की दर घटाई जाए। सीपीआईएम मांग करती है की रसोई गैस के सिलेंडर में सब्सिडी बड़ाने व खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कटौती की मांग करती है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत किया जाए और महंगाई पर लगाम लगाया जाए।