हिमाचल में खुल रही सेंट्रल यूनिवर्सिटी का मामला अभी ठीक तरह से सुलझा नहीं और सरकार ने इससे संबंधित एक और फैसला लेकर नया बवाल पैदा कर दिया है। सरकार ने फैसला लिया है कि धर्मशाला बीएड कॉलेज के नए बने कैंपस को अस्थायी तौर पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी को दे दिया जाए। सरकार के फैसले के विरोध में स्टूडेंट सड़कों पर उतर आए हैं।
प्रदेश सरकार ने इसके संबंध में बीएड कॉलेज प्रबंधन लेटर भी जारी कर दिया था। लेटर मिलने के बाद से कॉलेज प्रबंधन ने 27 जुलाई को भवन केंद्रीय विश्वविद्यालय के हवाले कर दिया है। 27 जुलाई के बाद से कैंपस में बीएड की क्लासेस बंद हैं, जिसका सीधा असर छात्रों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। सोमवार को बीएड कॉलेज के छात्रों ने प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलकर जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने मांग की है कि उनका भवन उन्हें वापस मिले और क्लासेस सुचारू रूप से चलाई जाएं, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। छात्रों का कहना है कि जब तक उनका भवन उन्हें वापस नहीं मिल जाता, तब तक उनका यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
उधर, कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि सरकार के आदेश के अनुसार ही कॉलेज प्रशासन ने भवन सेंट्रल यूनिवर्सिटी को दिया है। इस संबंध में छात्रों का विरोध गलत है। इस समय छात्रों को अपनी पढ़ाई करनी चाहिए, भवन को टेंपरेरी बेस पर केंद्रीय विश्वविद्यालय को दिया गया है। बॉयज स्कूल में नया भवन बनने के बाद बीएड कॉलेज का भवन वापस मिल जाएगा।