लंबे समय बाद सोनिया गांधी की अध्यक्षता में शनिवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई। बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी समेत तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस मौके पर सोनिया गांधी ने पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग करने वाले असंतुष्ट नेताओं (जी-23) को संदेश देते हुए कहा कि अगर आप मुझे ऐसा कहने की अनुमति देते हैं तो मैं कहती हूं कि मैं ही पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष हूं। मुझसे सीधी बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है। आप सीधे मुझसे आकर बात कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में संगठन चुनाव पर भी काम चल रहा है और जल्द इसका खाका सामने होगा।
सोनिया गांधी ने कहा कि हम बहुत सी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हम सभी को एकजुट होकर काम करना होगा तभी सफलता मिलेगी। वहीं, मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि संसद के जरिए तीन काले कानून पास हुए 1 साल से अधि का समय हो गया है। मोदी सरकार उन्हें पारित कराने में अड़ी हुई थी ताकि कुछ कंपनियों को लाभ हो सके। ‘किसानों को तीन कानूनों से रौंदा जा रहा, निजी कंपनियों के लाभ के लिए कृषि कानून लाए गए हैं। केंद्र सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। देश के आर्थिक सुधार के नाम पर मोदी सरकार के पास एक ही विकल्प बचा है और वो है सबकुछ बेचो। इसी के तहत देश की बड़ी संपत्तियों को मोदी सरकार बेच रही है।
लखीमपुर खीरी हिंसा पर बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि ये घटना स्तब्ध कर देने वाली है। ये भाजपा की मानसिकता को दिखाती है कि वे कैसे इसे देखती है। किसान आंदोलन को लेकर भाजपा की सोच क्या है एक बार फिर ये सामने आया है।
वहीं, खबर है कि कांग्रेस संगठन चुनाव की प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू हो सकती है और अगले साल अक्टूबर तक कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल सकता है।