देश में महंगाई ने गरीब जनता का जीना दूभर कर दिया है। पेट्रोल सौ के पार, गैस सिलेंडर हजार रुपये और आसमान छू रहे दाल सब्जियों के दाम ने रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। वहीं, दूसरी तरह भाजपा महंगाई को केवल चुनावी मुद्दा बता रही है। भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने तो महंगाई को आज जनता का मुद्दा मानने से ही इनकार कर दिया है। साथ ही महंगाई को सरकार के नियंत्रण से ही बाहर बता दिया है।
भाजपा सह प्रभारी संजय टंडन ने शिमला में पत्रकार वार्ता कहा, “वैश्विक परिस्थितियों के कारण महंगाई बढ़ी है।” महंगाई एक आदमी या किसी एक देश के नियंत्रण में नहीं है. पेट्रो पदार्थों के दाम अतंरराष्ट्रीय बाजार के हालातों पर निर्भर करते हैं। यानि साफ शब्दों में कहें तो उनका कहना ये है कि सरकार का महंगाई पर कोई भी नियंत्रण नहीं है.
रसोई गैस के दाम पर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे यह कहकर टाल दिया कि महंगाई का समय की परिस्थितियों से कोई लेना देना नहीं है। सरकार ने उज्वला योजना के तहत घर-घर फ्री गैस सिलेंडर दिए हैं लेकिन भरने की जिम्मेदारी सरकार की नहीं है। संजय टण्डन ने कहा कि भाजपा उपचुनावों में पूरी तैयारी के साथ लड़ रही है। हिमाचल का वोटर इंटेलिजेंट है वह विकास को वोट देगा।
हालांकि विपक्ष में रहते हुए भाजपा महंगाई को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ काफी हल्ला बोलती थी। लेकिन सत्ता में आने के बाद भाजपा अब महंगाई को मुद्दा ही नहीं मान रही।