क्या भाजपा सरकार विधानसभा में रखती है गलत आंकडे़? या फिर चुनावों को जीतने के लिए जनता को दे रही है धोखा?
ये सवाल इसलिए उठाए जा रहे हैं क्योंकि अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिमाचल भाजपा के प्रभारी संजय टंडन ने दावा किया है कि जयराम ठाकुर सरकार ने प्रदेश में 1 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं। इस बयान को समाचार पत्र द ट्रिब्यून ने अपने 20 अक्टूबर के संस्करण में भी उठाया है।
अब सवाल ये उठता है कि हिमाचल भाजपा ने टंडन को ये कौन से आंकड़े दिये हैं? अगर ये आंकडे़ सही हैं तो क्यों विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार ने कहा था कि जनवरी 2018 से दिसंबर 2020 के बीच सरकार 28,661 ही सरकारी रोजगार पैदा कर पाई है।
आपको बता दें कि मानसून सत्र में नादौन से विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक प्रश्न का जवाब देते हुए श्रम मंत्री बिक्रम ठाकुर ने बताया था कि दिसंबर 2020 तक सिर्फ 3,109 को नियमित, अनुबंध पर 17,390 और आउटसोर्सिंग में 7,747 को लोगों के रोजगार दिया है।
जब सरकार 2020 तक 28,661 पद पर ही नौकरियां दे पाई तो क्या पिछले 9 महीनों में 70 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकारी जॉब मिली है? इस साल के अंकडे़ तो अभी आना बाकि हैं पर टंडन के बयान की पुष्टी के लिए सरकार को आंकड़े जल्द से जल्द जनता के सामने रखने चाहिए।