हिमाचल में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली सरकार का पहला विधानसभा सत्र 9 जनवरी से 12 जनवरी तक चलेगा। विधानसभा का ये शीतकालीन सत्र चार दिन का तय हुआ है। सत्र के पहले दिन सभी विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। इस संदर्भ में राज्यपाल की तरफ से औपचारिक मंजूरी दे दी गई है। विधानसभा सचिवालय ने सत्र का शेड्यूल जारी कर दिया है। तय शेड्यूल के अनुसार धर्मशाला के तपोवन में होने वाले शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। पहले दिन केवल शपथ के लिए तय किया गया है।
सत्र के दूसरे दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। सत्र के तीसरे दिन सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इसके बाद शासकीय कार्य होंगे। इसी दिन विधानसभा उपाध्यक्ष का भी चुनाव होगा।
उपाध्यक्ष के चुनाव के बाद राज्यपाल आचार्य देवव्रत के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा। प्रस्ताव पर उसी दिन चर्चा भी शुरू होगी। शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा जारी रहेगी। चर्चा के बाद अभिभाषण प्रस्ताव पारित होगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री के रूप में जयराम ठाकुर की सदन में ये पहली परीक्षा है। हालांकि जयराम ठाकुर पांचवीं बार विधायक बने हैं और कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं, लेकिन वे सदन में मुख्यमंत्री के तौर पर पहली बार मौजूद होंगे।
वहीं, विपक्ष में उनके सामने वीरभद्र सिंह, मुकेश अग्निहोत्री, आशा कुमारी, सुखविंद्र सिंह सुक्खू और हर्षवर्धन चौहान जैसे तेजतर्रार नेता होंगे। कांग्रेस में सबसे युवा विधायक और वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह के लिए भी ये नया अनुभव होगा। कुल 68 सीटों वाली हिमाचल विधानसभा में बीजेपी के 44, कांग्रेस के 21, माकपा के एक और दो निर्दलीय विधायक होंगे।