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राजनीतिक दल उड़ा रहे कोविड नियमों की धज्जियां, ना मास्क ना सोशल डिस्टेंसिंग

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हिमाचल प्रदेश में 4 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर सभी नेता वोटरों को लुभाने के लिए रोजाना बड़ी-बड़ी जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। लेकिन इन चुनावी जनसभाओं में कांग्रेस और भाजपा नेताओं द्वारा जमकर कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शायद चुनाव की लय में पार्टी नेता इस बात को भूल चुके हैं कि प्रदेश में अभी भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। प्रदेश में रोजाना 200 के करीब लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके चुनाव प्रचार के दौरान न तो कोई राजनेता मुंह पर मास्क लगा रहा है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है।

इसका ताजा उदहारण मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की बल्ह के पैड़ी में हुई चुनावी जनसभा में देखा जा सकता है। हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पूर्व सीएम शांता कुमार मुंह पर मास्क लगाए नजर आए । लेकिन स्टेज पर पहुंचते ही दोनों के चेहरे से भी मास्क गायब हो गया। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गईं।  जनसभा में सैंकड़ों की संख्या में उमड़ी इस भीड़ में अधिकतर लोगों के मुंह पर मास्क नहीं था।

बता दें कि दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में यह कह चुके हैं कि हमें कोरोना के प्रति लापरवाह नहीं होना है। जब तक कोरोना के खिलाफ ये युद्ध चलता रहेगा हमें हथियार नहीं डालने हैं। यहां तक की त्योहारों को भी पूरी सतर्कता के साथ मनाना है। लेकिन शायद मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की इस बात को गंभीरता से नहीं लिया है। तभी तो वे रोजाना होने वाली जनसभाओं में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

हालांकि चुनाव आयोग ने निर्वाचन संचालन प्रक्रिया के दौरन कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने के अधिकारियों और राजनीतिक दलों को आदेश जुरूर जारी किए हैं। चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधियों के साथ केवल 5 लोगों को साथ लेकर डोर-टू-डोर प्रचार अभियान करने की मंजूरी है। जबकि रोड शो और मोटर/बाईक रैलियों की अनुमति नहीं है। वहीं, खुले में होने वाली जनसभाओं में भी 500 से अधिक लोगों को जमा होने की मनाही है। लेकिन रोजाना हो रही इन जनसभाओं ये आंकड़ा हजार को पार करता दिखाई देता है। ऐसे में कहीं न कहीं चुनाव आयोग भी इस बात को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहा।