इलेक्शन कमिशन ने आचार संहिता लगने के बाद से ही चुनावों में शराब और पैसे के खेल पर नकेल कसी हुई है। आचार संहिता लगने के बाद से निर्वाचन आयोग ने 25 अक्टूबर तक 63 लाख 46 हजार की कीमत की शराब जब्त की है। कुल मिलाकर अभी तक 10,438 शराब की बोतलें पकड़ी गई हैं।
आपको बता दें कि 25 अक्टूबर को पुलिस ने शराब की 106 बोतलें पकड़ी थी। अभी तक सबसे ज्यादा शराब 9 अक्टूबर को पकड़ी थी। इस दिन पुलिस ने 12 पेटियां, तो इनकम टैक्स विभाग ने 225 बोतलें शराब जब्त की थी। वहीं, 4 अक्टूबर को भी दोनों विभागों ने मिलकर 500 बोतलें प्रदेश भर में पकड़ी थी। पर इतनी कढ़ाई होने के बावजूद पार्टियां और प्रत्याशी टस से मस नहीं हो रहे हैं।
कांग्रेस ने भाजपा को शराब के इस्तेमाल के लिए लताड़ा
शराब के इस्तेमाल को लेकर अब कांग्रेस मुखर हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेश चौहान ने सवाल किया है कि भाजपा चुनावों में क्यों शराब का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले अगले दो तीन भी भाजपा इस तरह के कार्यों को अंजाम दे सकती है इसलिए चुनाव आयोग जगह जगह पर नाके लगाकर भाजपा से सम्बंधित लोगों की गाड़ियों को चेक करें।
इसी कड़ी में बीती सुबह 3 बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने दो गाड़ियों में 57 पेटी शराब पकड़ी है। कांग्रेस ने तो ये भी आरोप लगा दिया कि गाड़ी में शराब के साथ रामपुर ब्लॉक से भाजपा जनरल सेक्रेटरी और उपप्रधान इस घटना में शामिल थे। बरहाल पुलिस ने भाजपा के इन कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज कर दिए हैं।