पूर्व सांसद सुरेश चंदेल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार साजिश के तहत किसानों की जमीन के रेट कम कर रही है। जिससे भूमि अधिग्रहण के चलते अधिक राशि देनी न पड़े। उन्होंने कहा कि बल्ह जैसी उपजाऊ भूमि जिसे इंडो-जर्मन प्रोजेक्ट के तहत वर्षों की मेहनत के बाद उपजाऊ बनाया। जिसे लोग मिनी पंजाब के नाम से जानते हैं वहां पर एयरपोर्ट बनाने का फैसला उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार चार साल में यह तय नहीं कर पाई कि एयरपोर्ट बल्ह में, जाहू या डायना पार्क में बनेगा। अभी भी सरकार इस मामले को हल ही नहीं कर पाई है और न ही किसानों को उनका हक दिलवा पाई। हम भी चाहते हैं कि एक बड़ा एयरपोर्ट बने जिससे पर्यटन विकसित हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसके लिए उस जमीन की बली ली जाए, जिसको कांग्रेस की सरकार ने उपजाऊ बनाया है।
पूर्व सांसद ने कहा कि इंडो-जर्मन प्रोजैक्ट के कारण ही करोड़ों खर्च करने के बाद बल्ह की जमीन को आज मिनी पंजाब के नाम से जाना जाता है। वर्षों लगे हैं इस जमीन को उपजाऊ बनाने में और भाजपा सरकार इस जमीन के रेट कम कर रही है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वहीं, यह पूछे जाने पर कि फैक्टर-टू को कांग्रेस की सरकारों ने क्यों नहीं लागू किया? इस पर उन्होंने कहा कि हमने कानून किसानों के हित में बनाए हैं, जिन्हे देर सवेर लागू करना ही था, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि जो कमियों उस समय रह गई उन्हें आज भी न सुधारा जाए। सवाल यह नहीं है कि एयरपोर्ट न बने लेकिन सवाल यह है कि किसानों की उपजाऊ जमीनों की कीमत अच्छी मिले। व्यावसायिक घरानों को लाभ देने के लिए एयरपोर्ट बनाकर उन्हें सौंप देते हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए। यह पब्लिक की संपत्ति सरकार के अधीन ही रहनी चाहिए। एक साजिश के तहत जमीनों के रेट गिराए जा रहे हैं।