भाजपा के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, 2 मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और रामलाल मारकंडा व 14 विधायक भी मंडी लोकसभा के उपचुनाव में जीत नहीं दिला पाए। दरअसल, मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत हिमाचल के 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इन 17 विधानसभाओं में से 14 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के विधायक काबिज हैं। बावजूद इसके मंडी संसदीय से भाजपा को जीत नहीं मिली। यहां तक की मुख्यमंत्री भी मंडी से हैं और मंडी संसदीय से 2 विधायक जयराम सरकार में मंत्री हैं। फ़िर भी भाजपा को मंडी उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
पहले मंडी संसदीय में जो 17 विधानसभा क्षेत्र हैं उनका ग्राफ देखें…
- भरमौर क्षेत्र से जियालाल भाजपा के विधायक
- लाहौल स्पीति क्षेत्र से भाजपा मंत्री रामलाल मारकंडा
- मनाली से मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर
- कुल्लू से कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह
- बंजार से भाजपा के विधायक सुरेंद्र शौरी
- आनी से भाजपा के विधायक किशोरी लाल
- करसोग मंडी के विधायक हीरालाल
- सुंदरनगर से भाजपा विधायक राकेश जम्बाल
- नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार
- सिराज से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर
- दरंग से भाजपा विधायक जवाहर ठाकुर
- जोगिंद्र नगर से भाजपा विधायक प्रकाश राणा
- मंडी सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा
- बल्ह से भाजपा विधायक इंदर सिंह गांधी
- सरकाघाट से भाजपा विधायक कर्नल इंद्र सिंह
- रामपुर से विधायक कांग्रेस नंद लाल
- किन्नौर से कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी
इसके अलावा मंडी जिला में कुल 10 क्षेत्र आते हैं जिसमें 2017 के चुनाव में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं जीता था। लेकिन मंडी संसदीय उपचुनाव के बाद अब यहां तख़्ता पलटता नज़र आ रहा है। भाजपा की इस हार से मुख्यमंत्री की साख़ पर बन आई है। चर्चाएं तो मुख्यमंत्री के नेतृत्व को लेकर भी कई उठ रही हैं। भाजपा के जो 2 मंत्री हैं उनपर भी इस उपचुनाव के बाद गाज़ गिर सकती है। चूंकि 2022 के लिहाज से अगर भाजपा इस उपचुनाव के ट्रायल मैच को सीरियसली लेती है तो आगामी दिनों में भाजपा में बड़े फेरबदल भी हो सकते हैं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने तीसरी बार मंडी से लोकसभा का चुनाव जीता है। इससे पहले वे 2004 और 2013 में मंडी से सांसद रह चुके हैं।