हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल का नेता कौन होगा अभी इस पर सस्पेंस कायम है। गुरूवार को शिमला में ऑब्ज्वर्स के साथ कांग्रेस विधायकों की बैठक में सिंगल प्रस्ताव पारित कर मामला हाईकमान के हवाले कर दिया गया। अब इस मामले में आखिरी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ही करेंगे।
बैठक के बाद कांग्रेस की तरफ से एक-सूत्रीय प्रस्ताव हाईकमान के पास भेजा गया है। अब हाईकमान ही नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसका फैसला करेगा। जो भी फैसला राहुल गांधी की तरफ से आएगा उसे वह सभी चुने हुए प्रतिनिधियों के लिए सर्वमान्य होगा।
बैठक से पहले दिखी गहमा-गहमी
सीएलपी के लिए कांग्रेस की बैठक से पहले कुछ गहमा-गहमी देखी गई। जब हिमाचल प्रभारी सुशील कुमार शिंदे शिमला पहुंचे तो वह सीधे वीरभद्र सिंह के निवास हॉलीलाज पहुंचे। जबकि, बैठक राजीव भवन में तय थी। वीरभद्र सिंह अपने समर्थक विधायकों के साथ अपने आवास पर ही बैठे थे। जबकि, सुक्खू ऊना के विधायक सतपाल राजादा, नालागढ़ के विधायक लखविंदर राणा, श्री नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर और शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान के साथ राजीव भवन में ही मौजूद थे।
हालांकि, बाद में शिंदे के साथ वीरभद्र सिंह राजीव भवन पहुंचे और मीटिंग का दौर शुरू हुआ। नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इस पर सिंगल प्रस्ताव पारित कर दिल्ली हाईकमान के पास भेज दिया गया।