फतेहपुर उपचुनाव में मिली हार के बाद से भाजपा में कुछ भी सही नहीं चल रहा। यहां काफी सालों से पार्टी से जुड़े नेताओं को सरकार की कार्यप्रणाली और टिकट के तलबगारों पर सवाल उठाए हैं। इसी के चलते भाजपा जिला महामंत्री और फतेहपुर भाजपा की रीड़ डॉ. सतीश शर्मा ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर डाला है।
उन्होंने देर रात अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “मेरे सभी फेसबुक मित्रों से अनुरोध है कि मुझे किसी भी राजनीतिक पोस्ट के लिए टैग न करें। मैं राजनीति से संन्यास ले रहा हूं। मैं हमेशा एक दोस्त के रूप में आपके साथ हूं और आप सभी की मदद करता हूं, लेकिन कृपया कोई मेरे साथ राजनीति नहीं करें।”
देर रात जैसे ही उन्होंने ये पोस्ट शेयर की तो कई लोगों की प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई। समाचार फर्स्ट ने जब फोन पर डॉक्टर सतीश शर्मा से उनकी इस पोस्ट के बारे में प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने साफ तौर पर कहा की उनका यह निर्णय अटल है। पार्टी ने फतेहपुर में चार-चार लोगों को पार्टी का उम्मीदवार होने के सपने दिखा दिए और अनेकों एमएलए पैदा कर डाले ।
उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी के निर्णय के विरुद्ध काम कर रहे हैं और जिन्होंने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा उन्हें पार्टी का प्रत्याशी बनाकर पार्टी कार्यकर्ताओं के सिर पर बैठा दिया जिसके कारण हार हुई है। उन्होंने कहा की फतेहपुर की राजनीति एक गंदी राजनीति बन चुकी है ।
गौर रहे की इससे पहले फतेहपुर से पार्टी के टिकट के दावेदार रहे कृपाल परमार ने भी आवाज उठाई थी। मगर उन्होंने सरेआम विरोध तो नहीं किया मगर फेसबुक के माध्यम से पोस्ट कर अपने मन की बात को रखा जो पार्टी हाईकमान के लिए गले की फांस बन चुकी थी । पिछले लंबे समय से फतेहपुर में पार्टी को जिंदा रखने में इन लोगों का विशेष योगदान रहा था ।