बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के भारत को 2014 में ‘असली आजादी’ मिलने वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। कंगना के इस बयान को कांग्रेस ने देशद्रोह करार देते हुए उनसे पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग उठाई है। कांगना के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता वर्मा ने कहा कि उनके बयान से पता चलता है कि जब पद्म पुरस्कारों के लिए योग्य नहीं होने वाले लोगों को ये सम्मान दिया जाता है तो क्या होता है।
अनीता वर्मा ने कहा, ‘मैं मांग करती हूं कि कंगना रनौत अपने बयान के कारण सभी भारतीयों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। क्योंकि उन्होंने अपने इस बयान से स्वतंत्रता आंदोलन और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान किया है।’ उन्होंने कहा ‘भारत सरकार को महात्मा गांधी, सरदार भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, सरकार वल्लभ भाई पटेल का अपमान करने वाली ऐसी महिला से प्रतिष्ठिक पद्म पुरस्कार वापस लेना चाहिए। अगर सरकार उन्हें पद्म पुरस्कार दे रही है तो इसका मतलब है कि सरकार इन्हें बढ़ावा दे रही है।’
अनीता वर्मा ने रनौत को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों सहित लाखों नागरिकों द्वारा दिए गए बलिदान का अपमान है। उनके जैसे लोगों ने इस देश की आजादी के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी और यहां कोई जो कहता है कि हमें यह भीख में मिली है, यह किस तरह का बयान है। वे (भाजपा के लोग) नकली छद्म राष्ट्रवादी हैं।