बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत भारत की आजादी पर दिए बयान के बाद विवादों में हैं। कंगना ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है? कंगना ने कहा था कि असली आजादी तो 2014 में मिली है। इस बयान के बाद कंगना निशाने पर हैं। पूरे देश मे इस बयान का विरोध हो रहा है शिमला में कांग्रेस के कई संगठनों ने इस बयान के विरोध में डीसी कार्यालय के बाहर कंगना का पुतला फूंका।
कांग्रेस यंग ब्रिगेड के अध्यक्ष वीरेंद्र बांष्टु ने कहा कि कंगना ने देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों का अपमान किया है। उन्हें नशे से बाहर आना चाहिए। उन्हें पद्मश्री का सम्मान दलाली के लिए मिला है। वह इस सम्मान के लायक नहीं हैं, उनसे इस सम्मान को वापस लेना चाहिए। उनके इस शर्मनाक बयान से प्रदेश की बदनामी हुई है जिसके विरोध में उनका पुतला जलाया गया है।