राजधानी में आज हिमाचल क्षत्रिय समाज और भीम आर्मी आमने सामने आ गए। एक तरफ़ क्षत्रिय संगठन ने विधानसभा गेट के बाहर से सवर्ण आयोग के गठन, आरक्षण व एट्रोसिटी को ख़त्म करने की मांग के साथ शव यात्रा शुरू की तो वहीं दूसरी तरफ़ भीम आर्मी ने चौड़ा मैदान स्थित अम्बेडकर चौक में क्षत्रिय संगठन द्वारा निकाली जा रही शव यात्रा के विरोध में नारेबाज़ी की। साथ ही प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के अध्यक्ष रोहित सिंह ठाकुर ने कहा कि 800 किलोमीटर की शव यात्रा 5 राज्यों से होती हरिद्वार जाएगी। जातिगत आरक्षण के इस शव का हरिद्वार में जाकर विसर्जन किया जाएगा। उसके बाद शीतकालीन सत्र में 10 दिसम्बर को विधानसभा का घेराव किया जाएगा। सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है जिसका खामियाजा उपचुनाव में भुगतान पड़ा है। उनकी मांग को नहीं माना जाता है तो सरकार को उसके कर्मों की सजा जरूर मिलेगी।
वहीं, विरोध जता रही भीम आर्मी के प्रदेशाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि आरक्षण हमारा संवैधानिक अधिकार है। इसको लेकर क्षत्रिय संगठन भ्रम फ़ैलाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसी शव यात्रा को करवाने के लिए प्रशासन ने इज़ाज़त क्यों दी? भीम आर्मी इसका विरोध करेगी यदि को फ़साद हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार होगा।