आतंकी संगठन द्वारा हिमाचल प्रदेश के प्रमुख मंदिरों और शिमला रेलवे स्टेशन को उड़ाए जाने की धमकी पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिक्रिया दी है। धर्मशाला में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में संज्ञान लेने की जरूरत है लेकिन बहुत अधिक चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। प्रदेश सरकार ने एहतियातन पुलिस विभाग और गुप्तचर विभाग को इस मामले में नजर रखने को कहा है।
उन्होंने कहा कि हमें स्वतंत्रता दिवस के दौर में भी इस तरह की धमकियां मिलती रहीं हैं। कांगड़ा जिला में बहुत अधिक मंदिर हैं। ऐसे में यहां की सुरक्षा एंजेसियों को सजग रहने को कहा है। उन्हें लगता है कि धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा बढ़ाने की अभी तक बहुत अधिक जरूरत तो नहीं है, लेकिन अगर जरूरत महसूस हुई तो प्रदेश सरकार धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा व्यवस्था का रिव्यू करेंगे।
गौरतलब है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के नाम से अंबाला मंडल रेल प्रबंधन को धमकी भरा पत्र मिला है, जिसमें शिमला रेलवे स्टेशन के अलावा प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। धमकी भरे पत्र में 26 नवंबर से 6 दिसंबर के बीच धमाके की बात लिखी गई है। वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए खुफिया एजेंसियां संदिग्ध लोगों पर नजर रख रही हैं। इससे पहले भी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के नाम से कई धमकी भरे पत्र सामने आ चुके हैं।
कोरोना से हो रही मौतों पर सीएम ने जताई चिंता
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर अभी राहत तो मिली है, लेकिन पिछले कुछ समय से मृत्यु दर बढ़ने लगी है, यह चिंता का विषय है। इसको लेकर सभी उपायुक्त, सीएमओ, मेडिकल कॉलेज प्राचार्यों से चर्चा की है। जिसमें अभी तक यही बात सामने आई है कि होम आइसोलेशन में अधिक लोगों की मृत्यु हो रही है। इसलिए अब हमें होम आइसोलेशन को मजबूत करना होगा एवं सुविधाएं बढ़ानी होंगी।