कोविड माहमारी पर नियंत्रण पाने के लिए अब डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल हमीरपुर में दाखिल मरीजों के साथ रहने वाले सभी तीमारदारों के भी रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाएंगे। उपायुक्त के निर्देशानुसार अस्पताल प्रबंधन ने तीमारदारों के रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू कर दिए हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल हमीरपुर के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा रमेश चौहान के अनुसार अब अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ तीमारदारों के भी रैपिड एंटीजन टेस्ट लिए जाएंगे ताकि संक्रमण को रोकने के लिए काम किया जा सकें ।
मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ रमेश चौहान ने बताया कि जिला प्रशासन के साथ हाल ही में हुई बैठक में उपायुक्त ने टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते ही अब हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में मरीजों के तीमारदारों के भी रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रोजाना 1200 से जयादा मरीज आ रहे हैं और इसीलिए कोविड पर नियंत्रण पाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने रैपिड टेस्ट किए जा रहे हैं।
आपकों बता दे कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल हमीरपुर में तीमारदारों को गेट पास बनवाने से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाना अनिवार्य है। रैपिड एंटीजन टेस्ट के बाद ही रिपोर्ट के आधार पर तीमारदार का गेट पास बनेगा। इससे पहले अस्पताल में केवल उन्हीं मरीजों और उनके तीमारदारों की टेस्टिंग होती थी जिनमें कोरोना के लक्षण हों। अब वार्ड में दाखिल मरीज के साथ-साथ तीमारदार का भी टेस्ट होगा ताकि कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सके। किसी भी ऑपरेशन से पहले मरीज का आरटीपीसीआर टेस्ट होता है। इसके साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीजों की टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। अस्पताल में हमीरपुर के साथ लगते उना, बिलासपुर , मंडी क्षेत्र के एरिया के भी लोग इलाज करवाने के लिए पहुंचते है और रोजाना करीब 1200 से 1500 मरीज इलाज के लिए आते हैं ।