वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर ने कहा कि जिला कांगड़ा और चंबा में भेड़-बकरियों के खुर और मुंह की बीमारी की परेशानी से भेड़ पालकों को निजात दिलाने के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. प्रदीप शर्मा से भी आग्रह किया गया है कि भेड़ पालकों को आवश्यकतानुसार दवाइयां उपलब्ध करवाई जाएं।
उन्होंने कहा कि आज कल सर्दियों में अधिकांश भेड़ पालक अपनी भेड़ बकरियों को लेकर कांगड़ा और प्रदेश के अन्य मैदानी इलाकों की तरफ निकलने हैं। भेड़ पालकों की सुविधा को देखते हुए सभी पशु अस्पतालों में तैनात पशु चिकित्सकों को की स्पेशल टीमें गठित करने के लिए कहा गया है जोकि भेड़-बकरियों के हर डेरे का निरीक्षण करें और खुर और मुंह की बीमारी से ग्रसित भेड़-बकरियों का उचित उपचार करें और दवाइयां भी उपलब्ध करवाएं ताकि भेड़ पालकों को किसी भी स्तर पर दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।
बता दें कि कांगड़ा और चंबा के भेड़पालक इन दिनों अपनी भेड़-बकरियों में फैली मुंह और खुर की बीमारी को लेकर चिंतित हैं। बीमारी की चपेट में आने से अब तक भेड़पालकों की कई भेड़ बकरियों की मौत हो चुकी है। अपनी इस समस्या को लेकर भेड़पालकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।