जहां एक ओर यूरोप में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर भारत में भी अब डर सताने लगा है. लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की चिंता को एम्स डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दूर कर दिया है. डॉ. गुलेरिया ने कहा है कि देश में कोविड की पहली दो लहरों की तुलना में उतनी ही तीव्रता वाली तीसरी लहर आने की संभावना नहीं है.
टीके की बूस्टर खुराक के संदर्भ में गुलेरिया ने कहा कि इस समय मामलों में इजाफा नहीं देखा जा रहा, जिससे लगता है कि टीकों से कोरोना वायरस के खिलाफ अब भी सुरक्षा मिल रही है. उन्होंने कहा, ‘इसलिए टीके की बूस्टर या तीसरी खुराक की फिलहाल जरूरत नहीं है.’
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव की लिखी पुस्तक ‘गोइंग वायरल: मेकिंग ऑफ कोवैक्सीन-द इनसाइड स्टोरी’ के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से टीके संक्रमण की गंभीरता को रोकने और अस्पतालों में भर्ती होने की स्थिति से बचाने के मामले में कारगर हो रहे हैं, अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोगों के भर्ती होने समेत किसी बड़ी लहर की संभावना हर दिन क्षीण हो रही है.
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा कि तीसरी खुराक पर निर्णय विज्ञान के आधार पर लिया जाना चाहिए.