केंद्र सरकार की ओर से तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने के कैबिनेट के फैसले के बाद भी दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर पर किसान आंदोलन जारी है. कानून वापस लेने के ऐलान के दिन ही संयुक्त किसान मोर्चा ने न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत 6 नई मांगें रख दी हैं और धरना प्रदर्शन जारी रखा हुआ है.
इस बीच दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बार्डर पर धरना प्रदर्शन की अगुआई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता रानी भी सामने आई हैं. पत्रकारों से बातचीत के दौरान राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता रानी ने भी कहा है कि जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर केंद्र सरकार कानून नहीं बना देती है, तब तक किसान प्रदर्शनकारी वापस अपने घर नहीं लौटेंगे. सुनीता रानी ने तो यहां तक कह दिया कि दो-चार दिन में ही एमएसपी पर कानून बन जाएगा.
भाकियू नेता राकेश टिकैत के ही अंदाज में पत्नी सुनीता रानी ने कहा कि यहां तो सभी लोग घर के ही हैं, कोई बाहर का नहीं है. सुनीता रानी ने कहा कि केंद्र सरकार जब तक एमएसपी गारंटी कानून और 700 से अधिक किसानों की शहादत के मुद्दे पर बात नहीं करती है तब तक वे लोग आंदोलन स्थल से अपने घर नहीं जाएंगे.