हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरूआत हंगामे के साथ हुई है। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्वाइंड ऑफ आर्डर के तहत पुलिस जवानों में असंतोष को लेकर चर्चा की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की इस मांग को अस्वीकार कर दिया। इससे गुस्साए विपक्ष ने सदन के अंदर जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की। हालांकि विपक्ष के विरोध के बीच प्रश्नकाल चलता रहा। इस बात से गुस्साए विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का कहना था कि पुलिस जवानों में असंतोष फैला हुआ है। यह बहुत संवेदनशील मामला है, इस पर चर्चा होनी चाहिए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि मुझे आज प्रातः 9:58 पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, नंद लाल, मोहनलाल ब्राक्टा, जगत सिंह नेगी की ओर से नियम- 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।
अध्यक्ष परमार का कहना है कि 13 दिसंबर को पुलिस बल से संबंधित संबंधित एक प्रश्न लगा हुआ है, जिस पर चर्चा हो सकती है। इसलिए इस समय इस मामले में चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं है। जिसे देखते हुए प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा मैं इस प्रस्ताव को निरस्त करता हूं।