तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए लांस नायक विवेक कुमार का पार्थिव शरीर हिमाचल के कांगड़ा में गग्गल एयरपोर्ट पहुंच गया है. आज दोपहर पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव ठेहडू पहुंच जाएगा. जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा.
गग्गल एयरपोर्ट पर सीएम जयराम ठाकुर ने शहीद विवेक कुमार को श्रद्धांजलि दी. पिता रमेश चंद व चचेरा भाई अजीत पार्थिव देह लेकर चौपर से गग्गल पहुंचे. गग्गल एयरपोर्ट में 11 बजे पार्थिव देह पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन तय समय पर चौपर नहीं पहुंच पाया.
इस दुखदायी घटना से न केवल बलिदानी का परिवार बल्कि अप्पर ठेहडु कोसरी, जयसिंहपुर, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश व पूरा देश सदमे में है. विवेक कुमार की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी और उनका 6 माह का बेटा भी है. बुजुर्ग माता पिता बेटे की शहादत से बेहद दुखी हैं.
विवेक की शहादत से पूरा इलाके में गम का माहौल है. विवेक बहुत ही स्किल्ड और युद्ध में माहिर जवान थे. उनकी पोस्टिंग कश्मीर और चाइना बॉर्डर पर भी हुई थी. वह पैरा कमांडो थे और कॉम्बैट फ्री फॉल में माहिर थे. इसके अलावा कम्युनिकेशन एक्सपर्ट और अनआर्म्ड कॉम्बैट में उन्हें दक्षता हासिल थी.
विवेक की यूनिट नाहन में पोस्टेड थी, वह डेढ़ साल पहले ही उन्हें सीडीएस जनरल बिपिन सिंह रावत के पीएसओ के रूप में तैनात किया गया था. विवेक के परिवार के डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल बीते गुरुवार को लेकर आर्मी जवान दिल्ली लेकर गए थे. शहीद विवेक कुमार के पिता रमेश चंद और चाचा का लड़का दिल्ली शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गए थे.
8 दिसंबर को दिन पूरे भारत के लिए एक काला दिन बन गया, जब दोपहर करीब 1 बजे तमिलनाडु के कुन्नूर से सूचना आई कि विमान हादसे में भारत के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कई सैन्य अधिकारी शहीद हो गए. दुर्घटनाग्रस्त हुए सैन्य हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे जिनमें से 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी.