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मालदार रूटों पर प्राइवेट बसें! क्या HRTC के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार?

डेस्क |

धर्मशाला में चल रहे विधानसभा सत्र के आखिरी दिन HRTC की दुश्वारियों का मामला उठा. इस दौरान जर्जर होती HRTC की सेहत में जान फूंकने को लेकर चर्चा हुई. लेकिन, तमाम सदस्यों के बीच एमएलए राकेश सिंघा के एक आरोप ने सरकार की मंशा को कटघरे में खड़ा कर दिया.

सीपीएम विधायक राकेश सिंघा ने चर्चा में भाग लेते हुए HRTC की बदहाल हालत के लिए मालदार रूटों पर प्राइवेट बसों के संचालन का हवाला दिया. उन्होंने कहा, “प्रदेश की आम आवाम के HRTC की बसें बेहद जरूरी हैं. लेकिन, अगर वो घाटे में रहती हैं तो यह हम सबके लिए चिंता वाली बात है. HRTC अगर नीचे जाती है तो इसके हम दोषी हैं. लेकिन, आज हालत खराब है, क्योंकि आपने मालदार रूट तो प्राइवेट बसों को दे दिया.”

सिंघा ने इस दौरान पीस मील वर्करों का भी मुद्दा उठाया और इसे जल्द हल करने की सरकार से गुजारिश भी की. उन्होंने कहा कि पीस मील के जरिए काम करने की परिपाटी को बंद किया जाए. कर्मचारियों को उनका वाजिब अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.

सिंघा के अलावा विधायक होशियार सिंह ने भी एचआरटीसी के संबंध में कई अच्छे सुझाव भी दिए जिनमें ऊना की तरह मॉडल बस अड्डा बनाने की बात प्रमुख थी. उन्होंने कहा कि, “ऊना की तर्ज पर प्रदेश में और ज्यादा मॉडल बस अड्डा बनाने की जरूरत है. क्योंकि, इसमें शॉपिंग मॉल और दुकानें होने से HRTC के राजस्व में भारी बढ़ोतरी होगी.” होशियार सिंह ने एचआरटीसी को समृद्ध बनाने के लिए निगम के वर्कशॉप को प्राइवेट बस सर्विस में भी यूज करने का सुझाव दिया. इसके अलावा एचआरटीसी पेट्रोल पंप और अनफिट कंडक्टरों को VRS देने जैसे सुझाव दिए. इंटरस्टेट में भी वोल्वो बसों के संचालन का सुझाव दिया गया.

गौरतलब है कि अधिकांश सदस्यों ने सूबे में नई बसों को चलाने और बंद रूटों को फिर से चलने की अपील सरकार से की. इनमें छोटी बसों के संचालन की मांग अधिकांश सदस्यों ने उठाई.