धर्मशाला तपोवन में पांच दिन चले शीतकालीन सत्र का समापन हो गया. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने समापन संबोधन में कहा कि 22 दिसंबर को 4 साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा और शीत सत्र अब अगले चुनावों के बाद होगा. उन्होंने कहा कोरोना की वजह से सत्र पिछली बार शिमला में चलाना पड़ा था. इस बार लोकायुक्त बिल और राजस्व बिल पारित हुए.
मुख्यमंत्री ने कहा मंडी में विश्वविद्यालय की स्थापना का महत्वपूर्ण बिल पारित हुआ और नियमानुसार चर्चा भी हुई. उन्होंने कहा वह 2 दिन सत्र में नहीं रह पाए, जिसे विपक्ष ने अलग से देखा. सबके योगदान को स्मरण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सत्र के संचालन में अध्यक्ष का बड़ा महत्व रहता है जिनकी शालीनता से सत्र का संचालन हुआ.
मुख्यमंत्री ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने पर कहा कि इसकी आवश्यकता विपक्ष को क्यों पड़ी इस बात को लेकर वह चिंतित हैं. उपचुनाव जीतने से अधिक जोश की आवश्यकता नहीं है. जोश कभी भी ठंडा पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद वह अलर्ट हो गए हैं और अगले 10 महीने प्रभावी ढंग से काम करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मशाला के शीतकालीन सत्र में जिंदाबाद मुर्दाबाद अक्सर चलता रहता है. ऐसे में विपक्ष को बहुत अधिक प्रसन्न होने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने विधानसभा सचिवालय जिला प्रशासन सहित तमाम अधिकारियों व कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया. और कहा कि अगला साल चुनावी वर्ष है और स्वाभाविक है कि तापमान बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्रवाद की भावना से काम नहीं किया और ना ही किसी की भावनाएं आहत की.