सरकारी बैंको के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक के आह्वान पर पूरे देश मे आज बैंक बन्द हैं। दो दिन की इस हड़ताल के पहले दिन आज बैंक कर्मियों ने उपायुक्त कार्यालय शिमला के बाहर धरना प्रदर्शन किया और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यूको बैंक कर्मचारी यूनियन के जनरल सेक्रेटरी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि यह प्रदर्शन केंद्र सरकार की निजीकरण के खिलाफ है। आज देश भर में 10 लाख से ज्यादा बैंक कर्मी हड़ताल पर हैं। प्रधानमंत्री कहते थे कि देश नहीं बिकने दूंगा लेकिन उन्होंने सबसे पहले रेल, हवाई अड्डे और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों को बेचा है। बैंकों को निजी हाथों में देने की तैयारी है।
निजी बैंकों में जनता का पैसा सुरक्षित नहीं है यह कब दिवालिया हो जाये कहा नहीं जा सकता। 54 करोड़ जनधन खाते सरकारी बैंकों ने खोले हैं। देश की गरीब जनता तक लाभकारी योजनाओं को पहुंचाने का काम सरकारी बैंक करते हैं। दो दिन की हड़ताल के बाद अगर सरकार नहीं जागती है तो उसके बाद यह हड़ताल अनिश्चितकाल हो सकती है।