विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर कोरोना को लेकर डराने वाला दावा कर दिया है. बताया जा रहा है कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट, इसके डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है और पहले से ही वैक्सीन लगवा चुके लोगों या कोविड-19 बीमारी से उबर चुके लोगों में संक्रमण पैदा कर रहा है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस अधानोम घेब्रेयसस ने जिनेवा स्थित पत्रकारों के लिए अपने नए मुख्यालय भवन में आयोजित एक समाचार ब्रीफिंग में कहा, ‘अब लगातार सबूत हैं कि ओमिक्रॉन, कोरोना के डेल्टा संस्करण की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है.’
टेड्रोस ने कहा कि और अधिक संभावना है कि कोविड -19 वैक्सीन लगवा चुके या उससे उबर चुके लोग संक्रमित या फिर से संक्रमित हो सकते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि 89 देशों में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन फैल चुका है और सामुदायिक प्रसारण वाले क्षेत्रों में मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन उच्च स्तर की जनसंख्या प्रतिरक्षा वाले देशों में तेजी से फैल रहा है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है- ‘ओमिक्रॉन से बचाव का सबसे कारगर उपाय अभी वैक्सीन नहीं, बल्कि मास्क हैं. सोशल डिस्टेंसिंग, वेंटिलेशन, और स्वस्थ माहौल फिलहाल अधिक कारगर हैं. इन सब का लगातार पालन किया जाना चाहिए.’
विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया के देशों को ब्रिटेन या डेनमार्क से सबक लेनी चाहिए. इन देशों ने अपने यहां बचाव के उपाय लागू करने में देर की और इसका नतीजा हुआ कि कोरोना महामारी फिर से विकराल रूप ग्रहण कर चुकी है. ब्रिटेन में नए संक्रमण के 93 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. ये वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था. इसके कारण वहां भी तेजी से संक्रमण फैला. दक्षिण अफ्रीका सरकार ने बचाव के कड़े नियम लागू किए हैं.