देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है। ये चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि अगले साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में ओमिक्रॉन का खतरा अब और भी ज्यादा बढ़ गया है।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि चुनावी राज्यों में इलेक्शन ड्यूटी में लगे लोगों को भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की केटेगरी में शामिल किया जाएगा और उन्हें भी प्रिकॉशन डोज़ दी जाएगी। ऐसे लोगों को दूसरी खुराक के 9 महीने के अंतराल पर प्रीकॉशन डोज़ दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी कहा है कि 60 साल के ऊपर के लोगों को डॉक्टर की प्रेस्क्रिप्शन के बिना भी कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज दी जाएगी। इसके अलावा केंद्र सरकार ने 15 से 18 साल की उम्र के लोगों के लिए अलग वैक्सीनेशन साइट की सुविधा देने के लिए कहा है। केंद्र ने चिट्ठी लिखकर चुनाव वाले राज्यों में कोरोना का टीका तेज करने के निर्देश दिए हैं।