कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। कौल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आर्थिक मदद मांगने से डरते हैं। पीएम मोदी ने मंडी के ऐतिहासिक पडडल मैदान में सरकार के कार्यकाल के चार वर्ष के जश्र की रैली के दौरान हिमाचल प्रदेश के लिए कोई भी बड़ी घोषणा नहीं की।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जब कुछ मांगा ही नहीं तो फिर प्रधान मंत्री मोदी क्या देते। प्रदेश सरकार का आर्थिक दिवालिया निकल गया है। इसके बावजूद भी आने वाले पांचवें साल के लिए कोई भी आर्थिक पैकेज नहीं दिया। इसके विपरीत अटल बिहारी वाजपेयी ने हिमाचल को 700 करोड़ की अनटाईड ग्रांट जारी की थी। जबकि मोदी मंडी की सेपुबड़ी, बदाणा और कचौरी की बात करके चलते बने।
कौल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को बिलंब की विचारधारा तंज कसा है। जबकि यह जुमला भाजपा पर सही बैठता है, क्योंकि प्रधानमंत्री ने जिन चार परियोजनाओं के उदघाटन और शिलान्यास किए उनक पर 95 प्रतिशत पैसा कांग्रेस की सरकार के समय में खर्च हुआ है। भाजपा सरकार ने चार साल की देरी से इन परियोजनाओं का उदघाटन और शिलान्यास किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के हवाई अड्डे के ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा। उसी प्रकार हिमालय रेजीमेंट के बारे भी कोई बात नहीं की।
उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि मोदी लंबी-लंबी फैंकते हैं। मंडी रैली में भी वे कह गए कि बीते चार सालों में हिमाचल को चार मेडिकल कॉलेज मिले हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए के शासनकाल में जब गुलामनबी आजाद स्वास्थ्य मंत्री थे और वे स्वयं प्रदेश मंत्रीमंडल में स्वास्थ्य मंत्री थे। उस दौरान चंबा, हमीरपुर, नाहन में मेडिकल कॉलेज के अलावा नेरचौक में ईएसआई मेडिकल कालेज खुले हैं। यही नहीं यूपीए सरकार ने उस समय इन मेडिकल कालेजों के लिए 189 करोड़ प्रत्येक मेडिकल कालेज को चलाने के लिए दिए थे। उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल 2014 में जब नरेंद्र मोदी भाजपा के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार थे। तब उन्होंने कहा था कि हिमाचल प्रदेश में कृषि आधारित उद्योग लगाए जाएंगे। अब सवाल उठता है कि हिमाचल में कितने कृषि आधारित उद्याोग हिमाचल के लिए मंजूर हुए हैं। डब्बल इंजन की सरकार की बात करते हैं। मगर मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने हिमाचल आकर आज तक कुछ नहीं दिया।
कौल सिंह ने आरोप लगाया कि मंडी में सरकार के चार साला जश्र के लिए सरकारी पैसे का दुरूपयोग हुआ है। रैली के लिए सोलह सौ बसें लगाई गई थी। जिनमें एचआरटीसी की सात सौ बसेंलगाई गई थी। वहीं पर निजी बस आपरेटरों के साथ भी रैली के लिए ही समझौता किया। चार साल तक उनकी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में यह पहली बार हुआ है जब पुलिस के जवान हड़ताल पर रहे, मुख्यमंत्री के सरकारी आवास का घेराव किया। यह भी पहली बार हुआ है कि एक हवलदार ने एसपी को ताल से मारा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार के चार साल के अवसर पर काला दिवस के रूप में मनाया। महंगाई बेलगाम हो रही है, बेराजगारों का आंकड़ा 14 लाख पार कर गया है। प्रदेश का पर्यटन बुरी तरह से प्रभातिव हुआ है। विकास के काम ठप पड़े हुए हैं। भूमि अधिग्रहण के लिए फैक्टर टू लागू करने की बात जब विपक्ष में थे तब की थी। भाजपा के घोषणापत्र में फैक्टर टू लागू करने का वादा किया था। मगर उसे लागू नहीं किया गया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी, पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस प्रदेश महासचिव चेतराम ठाकुर, जिला परिषद सदस्य एवं पूर्व प्रत्याशी चंपा ठाकुर, लाल सिंह कौशल आदि मौजूद रहे।