कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनिया के 120 देशों में फैल चुका है. कई देशों ने दोबारा से कोरोना संबंधी पाबंदियां लागू कर दी हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने बुधवार को कहा कि वह ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के मिलने से संक्रमण के मामलों की ‘सुनामी’ आने की आशंका को लेकर चिंतित है. WHO चीफ टेडरोस एडनोम गेब्रियासिस ने कहा कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट की ऐसी सुनामी आएगी कि हेल्थ सिस्टम तबाही के कगार पर पहुंच जाएगा.
गेब्रियासिस ने कहा, ‘दुनियाभर का हेल्थ सिस्टम वैसे ही अपनी क्षमताओं से आगे जाकर काम कर रहा है. इसके बाद डेल्टा और ओमिक्रॉन जैसे दोनों खतरे संक्रमण का आंकड़ा रिकॉर्ड ऊंचाई तक ले जाएंगे. इससे हॉस्पिटलाइजेशन और मौतें बढ़ेंगी.’ हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उम्मीद जताई कि दुनिया अगले साल तक इस महामारी को पछाड़ देगी. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के शीर्ष अधिकारियों ने आगाह किया कि वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से हल्के-फुल्के लक्षण वाला संक्रमण होने की ओर इशारा करने वाले शुरुआती आंकड़ों को पूरी तरह मान लेना अभी जल्दबाजी होगी.
वहीं, WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि मौजूदा वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ अभी भी प्रभावी है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि शरीर में मौजूद टी सेल इम्युनिटी नए वेरिएंट का मुकाबला करने में सक्षम है. उन्होंने कहा,’ ऐसा लग रहा है कि वैक्सीन अभी भी प्रभावी साबित हो रही है. हालांकि, अलग- अलग वैक्सीन का प्रभाव अलग-अलग है.’
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में पिछले सप्ताह सामने आए कोरोना मामलों की संख्या उससे पहले के सप्ताह की तुलना में 11 फीसदी अधिक हो गई. अमेरिका महाद्वीपीय देशों में सर्वाधिक बढ़ोतरी देखी गई है.