हिमाचल के धर्मशाला में चल रहे शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन है। वहीं सत्र के दौरान रमेश धवाला ने भी चर्चा में भाग लिया। रमेश धवाला ने अपने भाषण के दौरान कहा कि राजनीति में एक दूसरे पर कीचड़ नहीं उछालना चाहिए। इससे हमें बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से कुछ हासिल नही होगा। इस बार के चुनाव में बड़े चेहरे हारे हैं। जबकि वीरभद्र सिंह और उनके बेटे दोनों चुनाव में जीते। उन्होंने कहा कि हमें जनता के जनादेश का सम्मान करना चाहिए और एकजुटता के साथ आगे बढ़ना होगा।
रमेश धवाला ने प्रदेश की लचर शिक्षा पर कहा कि शिक्षा देश की रीढ़ ही हड्डी है हिमाचल में शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर देना चाहिए। सरकारी स्कूलों में बच्चे कम हो रहे है। कहीं टीचर ज्यादा है तो बच्चे कम है। इसपर सोचना चाहिए। साथ ही सड़को की हालत खस्ता है और प्रदेश की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। ऐसे में समय आ गया है कि सरकार पारदर्शिता के साथ काम करें।