सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री के बयान का पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी में ही नहीं कांग्रेस में बदलाव की स्थिति बनी है। विपक्ष नेता किसी और को बनना था और बन कोई और गया है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी अभी जवान हैं, लेकिन इसके बाद भी विपक्ष नेता किसी और को बनाया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री के जवान कहने से वीरभद्र सिंह भी तुरंत खड़े होकर बोले-'कोई शक है?'
यही नहीं, मुख्य़मंत्री ने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में थी उसकी सत्ता गाड़ी का स्टीरिंग ही किसी और के पास था। यही वजह रही कि चुनावों में कांग्रेस की गाड़ी का एक्सिडेंट हो गया है। याद रहे कि सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री ने कहा था कि बीजेपी में प्रोजेक्टिड सीएम कोई और था लेकिन बन कोई और गया। सीएम सत्ता की गाड़ी तो चला रहे हैं, लेकिन उसके गियर बाहर के लोग डाल रहे हैं।
बेरोजगारी भत्ते में चलती रही खींचतान
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच बेरोजगारी भत्ते को लेकर खींचतान चलती रही। कांग्रेस ने जाते-जाते भी इसका जिक्र अपने घोषणापत्र में किया, इसीलिए बेरोजगारों ने उनकी सरकार को ख़ारिज कर दिया। आने वाले समय में सरकार बेरोजगारी को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे और सभी युवाओं नौकरी देने का प्रयास किया जाएगा।
अभिभाषण को कम कहने वालों को सीएम का जवाब
राज्यपाल के अभिभाषण को कम कहने वालों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने करार जवाब दिया। सदन के आखिरी दिन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के ज़ख्म अभी ताजे हैं, जिससे उनकी पीड़ा सदन में झलक रही है। लेकिन, लोकतंत्र में हुई हार को स्वीकार करना चाहिए। अभिभाषण को वक्त 20 सदस्यों ने भाग लिया था तब किसी ने आपत्ति नहीं जताई थी। रही अभिभाषण कम होने की बात तो यदि अभिभाषण लंबा करने में आते तो विपक्ष को ही तकलीफ होने लगती।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग संयम रखें। इस बार बीजेपी की सरकार सत्ता में है और वे बोलती कम है तथा काम ज्यादा करती है। सरकार को सत्ता में आए अभी 15 दिन हुए हैं और सरकार बदले की भावना से नहीं, प्रदेश के विकास के लिए काम पर जोर देगी।