हिमाचल प्रदेश में रविवार रात को हुई बर्फबारी से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राजधानी शिमला सहित अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के चलते सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य में जहां 700 से अधिक सड़कों के अवरूद्व होने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। वहीं दो हजार से ज्यादा ट्रांसफार्मरों के बंद होने की वजह से पेयजल और विद्युत आपूर्ति भी चरमरा गई है।
शिमला जिला बर्फबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है। जिले के हिल एरियाज में कई गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। अप्पर शिमला के कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। जेसीबी मशीनों की सहायता से सड़कों से बर्फ हटाने का कार्य जारी है। राज्य के 8 जिलों में विभिन्न स्थानों पर 1 फीट से 4 फीट बर्फ जमा हुई है। सोमवार को हालांकि बर्फबारी का दौर थम गया, लेकिन दुश्वारियों का सिलसिला जारी है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक ताजा बर्फबारी के बाद राज्य में दो नेशनल हाईवे और कुल 774 सड़कें बंद हो गई हैं। बर्फबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित शिमला जिला में 261 सड़कें बंद हैं। लाहौल-स्पीति जिला में 170, कुल्लू में 139, चंबा में 85, किन्नौर में 60, मंडी में 51 और सिरमौर में 8 सड़कें अवरूद्व हुई हैं।
इसके अलावा राज्य में 2360 ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने से बिजली आपूर्ति लाइनें बाधित हो गई हैं। शिमला जिला में सर्वाधिक 1126 ट्रांसफार्मर ठप रहे। इसी तरह मंडी में 521, चंबा में 358, कुल्लू में 196, सिरमौर में 115, लाहौल-स्पीति में 196 और किन्नौर में 20 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा प्रदेश में 249 जल आपूर्ति योजनाएं भी बाधित रहीं।
शिमला शहर की थमी रफ्तार, पर्यटन को लगे पंख
राजधानी शिमला में रविवार देर रात भारी बर्फबारी हुई, जिससे पूरा शहर सफेद हो गया। सुबह दिन निकलने तक शहर में लगभग एक फुट बर्फ जमा हो चुकी थी जबकि जाखू में दो फुट तक बर्फबारी हुई। रविवार मध्यरात्रि शहर में फिर बर्फबारी शुरू हो गई। सुबह जब लोगों की आंख खुली तो समूचा शहर बर्फ की चादर ओड़े हुए था। इस भारी हिमपात से शहर में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है तथा दूध, ब्रेड और सब्जी जैसी मूलभूत चीजों की सप्लाई शहर में देरी से पहुंची।
शहर की मुख्य व अंदरूनी सड़कों पर दोपहर तक यातायात ठप रहा तथा बसें नहीं चलने से लोग पैदल बाजार व दफ्तर पहुंचने। जिला व नगर निगम प्रशासन द्वारा सड़कों का बहाली कार्य प्रगति पर है। शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्रों में भी भारी हिमपात के कारण अनेक सड़कों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। भारी हिमपात के कारण रामपुर-शिमला नेशनल हाईवे-पांच यातायात के लिए बंद हो गया है। बर्फबारी के चलते जिले में एच.आर.टी.सी के 190 के करीब रूट प्रभावित हुए है।
इस बीच ताजा बर्फबारी ने शिमला के पर्यटन को पंख लगा दिए हैं। बर्फबारी देख शिमला पहंुचे सैलानी काफी उत्साहित हुए। सोमवार सुबह शिमला में लोग सोकर उठे तो हैरान रहे गए कि पूरा शहर सफेद चांदी से सराबोर हो गया था। सड़कों, घरों, वाहनों, रास्तों, पेडों व टहनियों पर बर्फ का नजारा देखकर सैलानियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सैलानियों ने रिज मैदान, माल रोड सहित जगह-जगह बर्फ से खेलने का का खूब लुत्फ उठाया। बर्फबारी के दीदार के लिए भारी संख्या में पर्यटक शिमला का रूख कर रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटों में भरमौर और खदराला में 61-61 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। कुफरी में 50, कोठी और शिलारू में 45-45, गांेदला में 40, जंजैहली में 31, निचार व शिमला में 30-30 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। इस दौरान कंडाघाट में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी तरह धर्मपुर में 73, सोलन में 71, पच्छाद में 70, राजगढ़ में 63, कसौली, संगड़ाह व जुब्बडहट्टी में 60-60, रेणुका में 57, अर्की में 53, नैनादेवी व बलद्वारा में 52-52, जतौन बैरेज व सुंदरनगर में 50-50 और नाहन में 47 मिमी बारिश हुई।
आधा दर्जन शहरों का माइनस में पहुंचा पारा
ताजा बर्फबारी से राज्य के न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। बीती रात छह शहरों का पारा माइनस में दर्ज किया गया। लाहौल-स्पीति के केलांग में न्यूनतम तापमान -6.2 डिग्री, किन्नौर के कल्पा में -3.8 डिग्री, कुफरी में -3.2 डिग्री, डल्हौजी में -2.1 डिग्री, मनाली में -0.4 डिग्री और शिमला में -0.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इसके अलावा सुंदरनगर में 3.7 डिग्री, भुंतर में 1.8 डिग्री, धर्मशाला में 2.2 डिग्री, उना में 7.4 डिग्री, नाहन में 8.5 डिग्री, पालमपुर में 3.5 डिग्री, सोलन में 1.4 डिग्री, कांगड़ा में 5.6 डिग्री, मंडी में 4.1 डिग्री, बिलासपुर में 6.5 डिग्री, हमीरपुर में 6.8 डिग्री, चंबा में 4.3 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 1.6 डिग्री और पांवटा साहिब में 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश भर में 12 से 14 जनवरी तक साफ रहेगा मौसम
राहत की बात यह है कि आगामी दिनों में मौसम साफ रहने से लोगों को बर्फबारी के कहर से निजात मिलेगी। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि आने वाले 24 घंटों के दौरान राज्य के मैदानी भागों में मौसम साफ रहेगा, जबकि मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्के हिमपात की संभावना है। उन्होंने कहा कि 12 से 14 जनवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।