प्राथमिक शिक्षक खंड हमीरपुर ने सरकार की ओर से जारी नए वेतन आयोग-2022 को 25 हजार प्राथमिक अध्यापकों के साथ धोखा करार दिया है. साथ ही नए वेतनमान को लेकर संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
संघ के अध्यक्ष नरेश शर्मा, महासचिव वीरेंद्र राणा और कोषाध्यक्ष जीवन कुमार ने बताया कि नया वेतनमान किसी भी तरह से पंजाब की ओर से लागू वेतनमान के अनुरूप नहीं है और अफसरशाही ने इसे तोड़ मरोड़ कर कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार किया है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जेबीटी अध्यापकों को बेसिक पे 5910 तथा ग्रेड पे 3000 के अनुसार निर्धारित करने की बात की है, जबकि पंजाब सरकार ने जून 2011 में ही इसे 10300 बेसिक पे और 4200 ग्रेड पे में रखा था.
हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2012 में 10300 का स्केल तो दे दिया. लेकिन वर्तमान वेतनमान में इस स्केल को देने में सरकार पूरी तरह से मुकर रही है और कर्मचारियों को 5910+3000 के स्लैब अनुसार नया वेतनमान दिया जा रहा है, जोकि जेबीटी अध्यापक वर्ग के साथ सरासर अन्याय किया गया.
इनका कहना है कि कर्मचारियों को लाभ के बजाय नुकसान उठाना पड़ रहा है. दूसरा धोखा पुराने जेबीटी अध्यापकों को 2.59 और 2.25 के फेक्टर के अनुसार पे फिक्सेशन रूप में दिया जा रहा है. अगर कर्मचारी पुरानी ग्रेड पे के अनुसार अपनी पे फिक्स करवा रहे हैं तो उसके एसीपी लाभ के बारे में कोई बात स्पष्ट नहीं की गई है, जिस कारण कर्मचारी स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
अत: संघ ने एकजुट होकर सरकार से मांग की है कि प्राथमिक अध्यापकों को 10300+4200 ग्रेड पे और 2.59 गुणांक अनुसार वेतनमान के लाभ प्रदान किए जाएं. साथ ही सरकार ने जो एसीपी स्कीम बंद करने की अधिसूचना जारी की है, उसे पुन: बहाल किया जाए.