सोलर फेसिंग सिस्टम प्रदेश के किसानों के लिए वरदान साबित होने वाला है और इससे किसान बेफिक्र होकर खेतीबाड़ी कर सकेगें। मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत खेतों में सोलर फेसिंग किए जाने से किसानों की सालों की समस्या को विराम लग गया है। हमीरपुर जिले के लाहलड़ी गांव के किसानों ने बेसहारा पशुओं से निजात पा ली है और किसानों ने फसलों की सोलर फेसिंग से तारबंदी की है। तारों को छूने से हूटर की आवाज खेतों में गूंजती है। इस योजना के तहत किसान फसलों की सोलर फेसिंग करवाकर राहत की सांस ले रहे हैं।
सोलर फेसिंग पर 80 फीसदी अनुदान
प्रदेश सरकार सोलर फेसिंग लगाने के लिए अस्सी प्रतिशत सबसिडी भी दे रही है ताकि खेतीबाड़ी छोड़ चुके किसान भी दोबारा से खेतीबाड़ी शुरू कर सकें। ग्रामीणों में सोलर फेसिंग सिस्टम इस्तेमाल कर चुके किसानों का कहना है कि जब से उन्होंने तारबंदी का प्रयोग किया है, जंगली जानवरों और बेसहारा पशुओं से उन्हें राहत मिली है, क्योंकि तार को छूने मात्र से ही जानवरों को हल्का सा झटका और हूटर बजना शुरू हो जाता है।
गौरतलब है कि प्रदेश में पिछले कुछ सालों में सैकडों किसानों ने जंगली और बेसहारा पशुओंकी बढ़ती तादाद के चलते खेती करना बंद कर दिया था और जिस कारण कई जगहों पर खेत बंजर पड़े हैं, लेकिन अब सोलर फेसिंग से किसानों को दोबारा खेतीबाड़ी करने के लिए उम्मीद जगी है।